खामोश रहना बेहतर है जिंदगी में
नाराज़ हो जाते हैं लफ़्ज़ों से लोग अक्सर।
अगर तुम्हें जरा सा भी अंदाजा हो जाए अल्लाह तुम्हारे मसले कैसे सीधे करता है
यकीन मानो तुम्हारा दिल अल्लाह की मुहब्बत से फट जाय।
वो दिन कभी मत दिखाना, या रब के मुझमे गुरूर आ जाय,
रखना सब के दिलों में कुछ इस तरह की हर कोई दुआ देने पर मजबूर हो जाय ।
नाराज़ हो जाते हैं लफ़्ज़ों से लोग अक्सर।
अगर तुम्हें जरा सा भी अंदाजा हो जाए अल्लाह तुम्हारे मसले कैसे सीधे करता है
यकीन मानो तुम्हारा दिल अल्लाह की मुहब्बत से फट जाय।
वो दिन कभी मत दिखाना, या रब के मुझमे गुरूर आ जाय,
रखना सब के दिलों में कुछ इस तरह की हर कोई दुआ देने पर मजबूर हो जाय ।